
संवाददाता
कानपुर। उत्तर प्रदेश के करोड़ों बीमित श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए यह दिन ऐतिहासिक साबित होगा। कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ईएसआई) ने आज एक ऐसी डिजिटल क्रांति की शुरुआत की है, जो श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सीधे उनके मोबाइल फोन की स्क्रीन पर ला देगी। कानपुर में आयोजित ‘आरोग्य मंथन-2025’ के भव्य मंच से श्रम मंत्री श्री अनिल राजभर ने जिन तीन महत्वाकांक्षी पहलों का शुभारंभ किया, वे ईएसआई को एक नए युग में ले जाने वाली हैं।
ये पहल सिर्फ घोषणाएं नहीं, बल्कि श्रमिकों के जीवन में स्पर्शयोग्य बदलाव लाने वाले ठोस कदम हैं, जो प्रधानमंत्री के ‘विजन-2047’ को जमीन पर उतारने की दिशा में एक सशक्त पाइलट प्रोजेक्ट साबित होंगी।
डिजिटल सशक्तिकरण: अब हर सुविधा ‘स्कैन एंड एक्सेस’
सबसे चर्चित पहल है क्यूआर-सक्षम माइक्रोसाइट। अशोका यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर विकसित यह मंच ईएसआई से जुड़ी हर जानकारी और सेवा को एक क्यूआर कोड स्कैन करने की दूरी पर ला देगा। अब श्रमिकों को अपने लाभ, अस्पताल, दवाई या फॉर्म के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। यह पारदर्शिता और समयबद्धता की गारंटी है।
नारी शक्ति को समर्पित: ‘आरोग्य शक्ति’ अभियान
यह पहल सीधे राज्य की लाखों महिला बीमित श्रमिकों को लक्षित करती है। ‘आरोग्य शक्ति’ अभियान के तहत विशेष रूप से महिलाओं के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, स्क्रीनिंग कैंप और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। यह केवल इलाज नहीं, बल्कि सशक्तिकरण और निवारक देखभाल की मुहिम है, जो महिला कामगारों के समग्र कल्याण पर केंद्रित है।
सफलता का दस्तावेज: ‘आरोग्य संकल्प’ पत्रिका
यह पत्रिका सिर्फ एक प्रकाशन नहीं, बल्कि ईएसआई योजना की यात्रा, उसकी सफलता की कहानियों और भविष्य की रूपरेखा का दर्पण है। इसमें वास्तविक बीमितों की सेवा एवं सुधार के मार्मिक प्रसंगों को स्थान मिलेगा, जो पारदर्शिता का एक नया मानक स्थापित करेगा।
नीति-निर्माताओं का आह्वान: युगांतरकारी बदलाव की शुरुआत
· श्रम मंत्री अनिल राजभर ने घोषणा की, “यह डिजिटल लीप हमारे ‘श्रमिक प्रथम’ के संकल्प का प्रमाण है। अब स्वास्थ्य सुरक्षा हर बीमित की मुट्ठी में होगी।”
· प्रमुख सचिव डॉ. एम.के.शन्मुगा सुन्दरम ने कहा, “यह सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं, सेवा दर्शन में क्रांति है। ‘आरोग्य शक्ति’ अभियान महिला कार्यबल को स्वस्थ और सबल बनाएगा।”
· ईएसआई निदेशक श्रीमती सौम्या पाण्डेय ने दृढ़ता से कहा, “‘आरोग्य मंथन’ हमारा नया उत्साह है। यह पहल सुनिश्चित करेगी कि कोई भी बीमित सेवा से वंचित न रहे। हमारा लक्ष्य 100% डिजिटल पहुंच है।”
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में ईएसआई निगम, श्रम विभाग के शीर्ष अधिकारी, चिकित्सक, और सैकड़ों बीमित श्रमिक उपस्थित रहे, जिनके चेहरे पर भविष्य की बेहतर सेवाओं की आस साफ झलक रही थी। कार्यक्रम का आगाज अटल आवासीय विद्यालय के बच्चों की मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति से हुआ, जिसने एक नए युग के आरंभ का संदेश दिया।






