February 5, 2025

—मानवता के प्रकाश स्तंभ एवं निर्भीक सन्यासी थे स्वामी श्रद्धानंद।

आ स. संवाददाता 

कानपुर। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा कानपुर नगर के तत्वाधान में महर्षि दयानंद के अद्वितीय शिष्य, शुद्धि आंदोलन के अग्रणी नेता, गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के उन्नायक और समाज के गौरव अमर बलिदानी स्वामी श्रद्धानंद जी का 98वा बलिदान दिवस सोमवार को उत्साह पूर्वक मनाया गया। जिसमें एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जो आर्य कन्या इंटर कॉलेज गोविंद नगर से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस आर्य कन्या इंटर कॉलेज में आकर समाप्त हुई। शोभायात्रा में नगर के विभिन्न विद्यालयों के छात्राएं – छात्र तथा आर्य समाज के पदाधिकारी शामिल हुए। 

यहां हुई एक जनसभा को संबोधित करते हुए सभा प्रधान चन्द्र कान्ता गेरा ने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद जी मानवता के प्रकाश स्तंभ एक निर्भीक सन्यासी थे। उन्होंने आर्य शिक्षा पद्धति पुनः स्थापित कर मैकाले की शिक्षा- नीति का करारा जबाव दिया था। चाँदनी चौक में संगीनों के सामने सीना खोलकर अंग्रेजी पुलिस को गोली चलाने के लिए ललकारा था। स्वामी श्रद्वानंद ने भारत को लोक अदालतों का विचार दिया। स्वामी श्रद्धानंद जी भारत में शुद्धि आंदोलन चलाने वाले पहले महान व्यक्तित्व थे।

इस जनसभा के पश्चात आकर्षण भव्य शोभायात्रा निकाली गई । जिसमें आर्य कन्या इंटर कॉलेज की छात्राएं स्वामी श्रद्धानंद एवं महर्षि दयानंद का रूप धारण कर भगवा वस्त्र में दो घोड़ियों पर सवार होकर आर्य समाज की पताका लिए सबसे आग चल रही थी। इसके पीछे एक बालिका भारत माता बनकर बग्घी पर सवार थी। आर्य कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं ने बैंड पर सुंदर धुन निकाल सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

महर्षि दयानंद विद्यालय दीपपुर,आदर्श नेताजी सुभाष विद्यालय कृष्णानगर, कामद सरस्वती इंटर कॉलेज विश्व बैंक बर्रा,विश्व भारती ज्ञान निकेतन इंटर कॉलेज गोविंद नगर,सरस्वती शिशु विधा मंदिर आदि विद्यालयों के बच्चों एवं सनातन संगम गोविन्द नगर ने शोभायात्रा में सहभागिता की।

आर्य कन्या की छात्राओं ने पूरी शोभायात्रा में विश्व के  पर्यावरण की शुद्धि का मुख्य कार्य यज्ञ संपादित किया। स्त्री आर्य समाज गोविंद नगर की महिलाएं शोभायात्रा में ऋषि गाथा के भजन गाते हुए चल रही थी। युवा मोटरसाइकिलो पर ओम ध्वज लेकर सवार थे। जगह जगह व्यापारियों एवं जनता ने शोभा यात्रा का फूलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया। संचालन आनन्द आर्य ने किया

शोभायात्रा व जनसभा मे प्रमुख रूप से सन्तोष वेदालंकार,प्रधान चन्द्र कान्ता गेरा,आनन्द आर्य,अशोक आनन्द,सुरेन्द्र गेरा, प्रकाश वीर आर्य,डा.वीना आर्य,सुभाष आर्य,पार्षद नवीन पंडित,डा.उमेश पालीवाल,पं.राम कुमार पाठक, श्रुतकीर्ति वेदरत्न, उदयवीर सिंह,वीरा चोपडा, आदि रहे।