आ.स. संवाददाता
कानपुर। लोगों से ऑनलाइन ठगी करने वाले साइबर गिरोह के 4 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इसका खुलासा करते हुए मंगलवार को कानपुर साइबर सेल ने अंतरराज्यीय गिरोह के मास्टरमाइंड समेत चार सदस्यों को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश कर दिया। टीम ने साइबर अपराधियों के कब्जे से 12 स्मार्ट मोबाइल, 3 कीपैड मोबाइल, एक लैपटाप,एप्पल कम्पनी का मैकबुक, स्मार्ट वाच, 5 सिम कार्ड, 33 विभिन्न बैंकों के चेकबुक अन्य उपकरण और एक कार बरामद किया है। पुलिस उपायुक्त अपराध आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में मध्य प्रदेश भोपाल के अयोध्या थाना क्षेत्र स्थित चाणक्यपुरी जेके रोड सीपेटकालेज निवासी रोहित सोनी एक राजनीतिक पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग समाज के जिलाध्यक्ष है। इसका सहयोगी होशंगाबाद जनपद के बाबई वार्ड नम्बर 14 पटेल मोहल्ला निवासी अक्षय गुरू पुत्र अनिल कुमार गुरु जो कि आईडीएफसी बैंक में लोन रिकवरी एजेंट के रूप में कार्यरत है। तीसरा सहयोगी बिहार के मधुबनी जनपद में स्थित तरेया गांव निवासी मनीष कुमार मंडल एचडीएफसी बैंक में कार्यरत है, चौथा सदस्य मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जनपद के बाबई थाना चिचली मोहल्ला निवासी मयंक मीणा भी एक प्राइवेट बैंक का कर्मचारी है।
कानपुर के कैंट थाना क्षेत्र के निवासी विनोद कुमार ने 20 जून 2024 को साइबर सेल में तहरीर देकर 1 करोड़ 78 लाख 85 हजार की ठगी का मामला दर्ज कराया था। मामले की जांच साइबर सेल थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा कर रहे थे। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि 8 बैंक खातों के माध्यम से लगभग 15 करोड़ की ठगी का प्रमाण मिला है। देश के आंध्र प्रदेश, बिहार, वेस्ट बंगाल, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, मेघालय, राजस्थान, तेलंगाना, झारखंड, महाराष्ट्र, ओड़िसा, पंजाब, उत्तर प्रदेश के मेरठ, आगरा, लखनऊ,चंदौली, गौतमबुद्ध नगर, मऊ, मुजफ्फरनगर उन्नाव और कानपुर समेत लगभग 250 मामले दर्ज किए जा चुकें है। शेयर मार्केट में रकम के बदले भारी मुनाफ़े की लालच देकर ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को अपना शिकार बनाता था । साथ ही आम आदमी की जीवनभर की कमाई फ़र्ज़ी डीमेट अकाउंट खोलकर उन्हें भारी मुनाफा दिखाते थे जिससे आम आदमी इनके झांसे में आ जाता था और इनके जाल में फँसकर अपनी रकम गवा देता था ।