संवाददाता।
कानपुर। नगर के नौबस्ता थाना क्षेत्र में एक दबंग युवक ने घर पर बंदर आया तो उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं विरोध करने पर पड़ोसी युवक को भी पिस्टल की बट से पीटकर लहूलुहान कर दिया। मामले की जानकारी होने पर इलाके के राम भक्तों ने थाने पर तहरीर देने के बाद हंगामा किया। तब जाकर नौबस्ता पुलिस ने बंदर के शव को बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके साथ ही आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की है। घटना किदवई नगर की है। वाई-ब्लॉक निवासी अंजनी मिश्रा ने बताया, “उनके मोहल्ले में ठेकेदार सुरेंद्र सिंह चौहान रहते हैं। वह दबंग और आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। उनका बेटा रजत सिंह पिता के रसूख के चलते इलाके में गुंडागर्दी करता है। आरोप है कि उसके घर पर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से दो दिन पहले 20 जनवरी को एक बंदर आया था। वह उछल कूद कर रहा था। इस पर रजत ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से बंदर को गोली मार दी। बंदर के शरीर से खून बहने लगा। उसने पड़ोसी अंजनी मिश्रा के घर जाकर दम तोड़ दिया। पड़ोसियों के अनुसार सुरेंद्र सिंह चौहान और उनके बेटे की दबंगई और रसूख के चलते इलाके के लोग विरोध नहीं कर सके। अंजनी मिश्रा ने बंदर के शव को मोहल्ले में एक पीपल के पेड़ के नीचे गड्डा खोदकर दफन कर दिया। इसके बाद सुरेंद्र सिंह चौहान से बेटे की करतूत को लेकर शिकायत की। ये बात सुरेंद्र सिंह के बेटे रजत सिंह को बुरी लग गई। उसने गुस्से में पड़ोसी अंजनी मिश्रा को पीट-पीटकर घायल कर दिया। पड़ोसियों के मुताबिक पीड़ित ने नौबस्ता थाने में शिकायत की। लेकिन पुलिस ने ठेकेदार के रसूख के चलते पीड़ित को टरका दिया। मामले की जानकारी मठ मंदिर समन्वय समिति के पदाधिकारी गोपाल दीक्षित, सुधीर द्विवेदी समेत अन्य लोगों को हुई। उसके बाद उन्होंने मामले में कार्रवाई को लेकर बुधवार दोपहर को नौबस्ता थाने का घेराव और हंगामा किया। तब जाकर नौबस्ता पुलिस ने आरोपी रजत के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। इसके साथ ही बंदर के शव को खुदवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मठ-मंदिर समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने नौबस्ता पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने आरोपियों से साठगांठ कर ली थी। जिसके चलते पीड़ित की सुनवाई नहीं कर रही थी। संगठन के पदाधिकारियों ने नौबस्ता पुलिस को चेतावनी दी कि अगर रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई तो मंदिर के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। तब जाकर आरोपियों के खिलाफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की और उसे हिरासत में लिया। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के बाद मठ-मंदिर समन्वय समिति के पदाधिकारी शांत हुए। नौबस्ता सीओ आशुतोष कुमार ने बताया कि बुधवार को आरोपी रजत सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया है। उसके शस्त्र लाइसेंस की भी जांच की जा रही है। जांच के बाद शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी जाएगी।