January 13, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। अगले महीने से प्रारम्भ हो रहे महाकुंभ की तैयारियां केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार प्राथमिकता के आधार पर कर रही हैं। भारतीय रेल जिसको कि देश की जीवन रेखा माना जाता है, वह भी तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है। 

महाकुंभ 2025 आगाज के लिए कुछ ही दिन बचे हैं। इसका पहला शाही स्नान मकर संक्रांति को होगा। लगभग दो माह चलने वाले इस महापर्व में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भारतीय रेलवे पर यात्रियों की अपार भीड़ का दबाव रहेगा।

सुरक्षा यात्रा प्रबंध तथा रूट डाइवर्जन के लिए रेलवे प्रशासन की तरफ से अत्यधिक भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष योजना बनाई है। जिसके लिए वालिंटियर और पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया जायेगा।

रेलवे सुरक्षा की दृष्टिकोण से भरी संख्या में रेलवे सुरक्षा बल के जवान और जीआरपी के जवानो के साथ लोकल पुलिस का समन्वय इस बार के महाकुंभ में रेलवे प्रशासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। रेलवे सुरक्षा की दृष्टिकोण से बम स्क्वाड एटीएस, डॉग स्क्वाट यूनिट स्टेशन के चप्पे- चप्पे की निगरानी रखेंगी। साथ ही यात्रियों की सुविधा के अलग अलग स्टेशनों पर अलग – अलग रंग के टिकट की अनूठी व्यवस्था इस बार रेलवे प्रशासन ने की है।

पिछले प्रयागराज कुंभ के दौरान होने वाली दुर्घटना के मद्देनजर रेलवे प्रशासन ने सारी तैयारियों को पूरा कर लिया है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। प्रयागराज संगम के पास निगरानी रखी जाएगी। जिनका एक केंद्र बनाया जाएगा और तकरीबन 5 किलोमीटर की रेंज में हो रही सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

रेलवे में ऐसी व्यवस्था की जा रही है, कि प्रयागराज स्टेशन पहुंचने के बाद वहां से संगम तक जाने के लिए पूरी तरह से श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से गंतव्य तक पहुंचाने के लिए प्रशासन का भी सहयोग दिया जाएगा।